आरती श्री बाबे लालू जसराय

जय बाबे लालू, बाबे जै बाबे बाबे लालू |
तुम जग के रखवाले, खन्नन ( प्रतिपालू ) | || जै बाबे ||

हे महाराज, धिराज, दयामय हे हिंगलाज बलि,
रख लो लाज हमारी, शरण पड़ा तेरी | || जै बाबे ||

ग्यारह मास हिंगलाज में रहकर दीपालपुर में आवें,
कभी कृपा कर हमको भी वह दर्शन दे जावे | || जै बाबे ||

मंगल करण तुम्ही हो बाबे, मेरे कष्ट हरण तुम हो,
भक्तजन के हितकारी, भय भज्जन तुम हो | || जै बाबे ||

भाई बन्धु सब मिलकर, निश दिन करे तेरी सेवा,
भक्ति दान दो हमको जै जै जै देवा | || जै बाबे ||

मातु पिता तुम ही हो बाबे मेरो और नहीं काई,
अपना दास बना लो, यही अरदास मेरी | || जै बाबे ||

"इन्दर" प्रेम से जो नर प्रभु मेरे तेरे गुण गावे,
ऋद्धि-सिद्धि सुख संपत्ति मन वांछित फल पावे | || जै बाबे ||